Mercury Transit in Sagittarius: Astroo Magic की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं बुध के गोचर से संबंधित यह खास लेख।
इस लेख में हम आपको बुध के धनु राशि में गोचर करने के बारे में बता रहे हैं जो कि 04 जनवरी, 2025 को होने जा रहा है। इसके साथ ही यह भी बताएंगे कि बुध के इस गोचर का राशियों, देश-दुनिया, स्टॉक मार्केट और मनोरंजन के क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह संचार कौशल और बुद्धि का कारक हैं। इसके साथ ही व्यक्ति की किसी जानकारी को समझने की क्षमता भी बुध पर ही निर्भर करती है। बुध का संबंध हमारी मानसिक क्षमताओं जैसे कि सोचने, सीखने, तर्क देने, बोलने और लिखने से है। हम दूसरों के साथ किस तरह से बात करते हैं और बोलकर एवं बिना बोले किस तरह से खुद को व्यक्त करते हैं, यह सब बुध की स्थिति पर निर्भर करता है।
किसी भी जानकारी को हम किस तरह से लेते या समझते हैं, दूसरों के साथ कैसे बातचीत करते हैं और अपने दैनिक जीवन को कैसे चलाते हैं, इसमें बुध अहम भूमिका निभाता है। बुध हमारी बुद्धि और विचारों का आदान-प्रदान करने की हमारी क्षमता दोनों को नियंत्रित करता है और यही बात इसे जन्मकुंडली में सबसे प्रमुख ग्रह बनाती है।
बुध का धनु राशि में गोचर: समय
कन्या और मिथुन राशि के स्वामी एवं बुद्धि और व्यापार के कारक बुध 04 जनवरी, 2025 को सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। तो चलिए अब जानते हैं कि बुध के धनु राशि में गोचर करने का राशियों और देश-दुनिया पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा।
धनु राशि में बुध: विशेषताएं
यह धनु राशि में बुध के होने पर व्यक्ति उत्साहित और गतिशील बनता है एवं उसके बोलने और सोचने का तरीका दार्शनिक होता है। ये जातक बौद्धिक रूप से साहसी होते हैं और हमेशा अपनी बुद्धि एवं ज्ञान को बढ़ाने एवं दुनिया को गहराई से समझने की कोशिश करते हैं। ये सीधी बात करना पसंद करते हैं और ऊर्जावान एवं प्रेरणादायक होते हैं। लेकिन ये बेचैन रहते हैं और इनका बेबाकी से सच बोलना कभी-कभी इनके रिश्तों और निजी जीवन में चुनौतियां पैदा कर सकता है।
धनु राशि में बुध के होने पर
- जिन जातकों की कुंडली में बुध धनु राशि में होते हैं, वे खुले विचारों वाले होते हैं और बड़ा सोचते हैं। ये गहराई में जाने के बजाय ऊपर बात पर ही ध्यान देते हैं। इनके विचार अक्सर दार्शनिक, अध्यात्म और उच्च ज्ञान पर केंद्रित होते हैं।
- ये आशावादी और उत्साह से भरपूर होते हैं। इनके अनुसार दुनिया संभावनाओं से भरी हुई है और इन्हें दृढ़ विश्वास होता है कि चीज़ें सुधर सकती हैं।
- यह स्थिति इनके बात करने के तरीके को उत्साहित बनाती है और ये अपनी सकारात्मक ऊर्जा और प्रगति में विश्वास रखने की प्रवृत्ति से अक्सर दूसरों को प्रोत्साहित करते हैं।
- जिन लोगों की कुंडली में धनु राशि में बुध स्थित होता है, वे जातक जिज्ञासु स्वभाव के होते हैं और हमेशा नवीन ज्ञान एवं अनुभवों की तलाश में रहते हैं। ये अलग-अलग संस्कृतियों, दर्शन शास्त्र और विचारों के बारे में जानने में रुचि रखते हैं।
- ये उच्च शिक्षा, विदेशी भाषाओं को सीखने या किसी भी ऐसी चीज़ के प्रति आकर्षित होते हैं, जो इनके दृष्टिकोण और बुद्धि को बढ़ाने का काम करे।
- इनका दर्शनशास्त्र, धर्म और ऊंचे विचारों में रुचि होती है और ये जातक अक्सर इन्हीं विषयों के ईर्द-गिर्द होने वाली बातचीत में शामिल होते हैं। सही या गलत को लेकर इनका एक मज़बूत विचार होता है और इन्हें नैतिक विषयों पर बात करना अच्छा लगता है।
- इन्हें काल्पनिक अवधारणाओं पर बात करना पसंद होता है और ये कम गहराई वाली या ज्यादा व्यावहारिक बातों से परेशान हो सकते हैं।
धनु राशि में बुध के होने की चुनौतियां
- उद्दंडता: इनका बेबाक और सच बोलना कभी-कभी दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है, खासकर अगर ये सामने वाले की संवेदनशीलता के बारे में सोचने में विफल रहें, तो ऐसा होने की संभावना अधिक रहती है।
- फोकस की कमी: ये एक विचार से दूसरे विचार पर बहुत जल्दी पहुंच जाते हैं और इस वजह से इनमें फोकस की कमी देखी जाती है और इन्हें अपने कार्यों एवं जिम्मेदारियों को पूरा करने में कठिनाई हो सकती है।
- अत्यधिक दार्शनिक: ये जातक कभी-कभी काल्पनिक विचारों या सैद्धांतिक अवधारणाओं पर अधिक ज़ोर दे सकते हैं एवं व्यावहारिक जानकारी की उपेक्षा कर सकते हैं जो कि इनके विचारों को फलीभूत करने के लिए आवश्यक है।
बुध का धनु राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह धनु राशि में होता है, उन्हें साइकोलॉजी, रिसर्च या ऐसे क्षेत्र में नौकरी मिल सकती है जहां पर गहन अध्ययन करने की आवश्यकता होती है। पश्चिमी ज्योतिष के अनुसार बुध की यह स्थिति साइकोलॉजी, पत्रकारिता या अध्ययन से संबंधित क्षेत्रों में नौकरी के लिए अनुकूल है। ऐसे लोगों में ये बात आम होती है कि ये छिपे हुए रहस्य या छिपे हुए ज्ञान से सीखना चाहते हैं।
अध्ययन, संचार प्रौद्योगिकी और साइकोलॉजी
- बुध की यह स्थिति अध्ययन, टेक्नोलॉजी और कॉमर्स जैसे क्षेत्रों का समर्थन करती है।
- अगर आप उपरोक्त में से किसी भी क्षेत्र में काम करते हैं, तो बुध का धनु राशि में गोचर आपको पहचान और समृद्धि के साथ-साथ तुरंत सफलता दिला सकता है।
- अगर आप तकनीक के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो बुध का धनु राशि में होना आपके लिए फलदायी साबित होगा।
- भले ही बुध की यह स्थिति उत्कृष्ट न हो लेकिन साइकोलॉजी, अध्ययन और वैज्ञानिक आविष्कारों से संबंधित लोगों को शानदार परिणाम दे सकती है।
- केमिकल उद्योगों में काम करने वाले लोगों को भी बुध के धनु राशि में गोचर करने से लाभ मिल सकता है।
- जिन क्षेत्रों में किसी खास विषय का गहन अध्ययन करने की ज़रूरत होती है, वे क्षेत्र इस गोचर के दौरान उत्कृष्ट होंगे।
- जासूसी एजेंसियों और ऐसे पेशे से जुड़े लोगों को भी इस गोचर से फायदा होगा।
बुध का धनु राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट पर असर
- शेयर मार्केट रिपोर्ट के अनुसार मीडिया और प्रसारण, दूरसंचार और अस्पताल प्रबंधन से संबंधित क्षेत्रों के अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
- परिवहन निगम से संबंधित उद्योगों के भी बेहतरीन प्रदर्शन करने की संभावना है।
- इस समय संस्थानों, आयात और निर्यात सभी क्षेत्र समृद्ध होंगे।
- फार्मास्यूटिकल और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों के मज़बूत प्रदर्शन करने के संकेत हैं।
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट के क्षेत्र भी प्रगति देखने को मिलेगी।
बुध का धनु राशि में गोचर: स्पोर्ट्स टूर्नामेंट
टूर्नामेंट | स्पोर्ट | दिन |
ऑस्ट्रेलियन ओपन | टेनिस | 12 से 26 जनवरी, 2025 |
मल्टी स्पोर्ट्स | विंटर वर्ल्ड गेम्स | 13 से 23 जनवरी, 2025 |
एक्स्ट्रीम स्पोर्ट्स | विंटर एक्स गेम्स | 23 से 26 जनवरी, 2025 |
धनु राशि के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं और धनु राशि में बुध का गोचर उपरोक्त खेल कार्यक्रमों के साथ-साथ इस समयावधि में होने वाली अन्य खेल प्रतियोगिताओं के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस दौरान बुध अपने साहस और बुद्धि का प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। यह गोचर स्पोर्ट्स के नए प्रशंसकों को आकर्षित करेगा और मौजूदा प्रशंसक आनंदित और प्रसन्न दिखाई देंगे।
बुध का धनु राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ
मेष राशि – Mercury Transit in Sagittarius
मेष राशि के जातकों के लिए बुध उनके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और अब इस गोचर के दौरान वह आपके नौवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं। धनु राशि में बुध के गोचर के दौरान मेष राशि के जातकों को अपने पिता और सलाहकार का सहयोग मिलने के योग हैं।
आप अपने एडवांस कोर्स को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और इस गोचर के दौरान आपको इस काम में सफलता भी मिल सकती है। इसके अलावा यह समयावधि तीर्थयात्रा और लंबी दूरी की यात्रा के लिए उत्तम रहने वाली है। आप अपने अच्छे कर्मों को बढ़ाने का प्रयास करेंगे और इसके साथ ही आपका आध्यात्मिक मार्ग की ओर भी झुकाव हो सकता है। चूंकि, बुध की आपके तीसरे भाव पर दृष्टि पड़ रही है इसलिए आपके छोटे भाई-बहन आपको प्रोत्साहित करते हुए नज़र आएंगे।
मिथुन राशि – Mercury Transit in Sagittarius
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध उनके पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब बुध ग्रह आपके सातवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं।। चूंकि, बुध आपके चौथे भाव के स्वामी भी हैं इसलिए इस गोचर के दौरान विवाहित जातकों का अपने जीवनसाथी के साथ रिश्ता मज़बूत होगा। इसके परिणामस्वरूप आप अपने घर पर अपने पार्टनर के साथ मिलकर कोई धार्मिक कार्यक्रम करवा सकते हैं।
आप अपने पार्टनर के नाम पर या उन्हें तोहफे में देने के लिए कोई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। चूंकि, बुध व्यापार का कारक हैं इसलिए धनु राशि में बुध का गोचर व्यापारिक गठबंधनों के लिए बेतहरीन साबित होगा। नया व्यापार शुरू करने पर भी सफलता प्राप्त होगी।
सिंह राशि – Mercury Transit in Sagittarius
बुध सिंह राशि के ग्यारहवें और दूसरे भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके पांचवे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान आपको अपनी या अपनी संतान की शिक्षा और विकास पर काफी पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इसके अलावा पचंम भाव शेयर मार्केट और सट्टे बाज़ार से भी संबंधित है। इस गोचर के दौरान आप शेयर मार्केट और सट्टेबाज़ी में हाथ आज़मा सकते हैं।
सिंह राशि के जातकों को अपने निवेश और खर्चों को लेकर बहुत ज्यादा सावधान रहने की ज़रूरत है। चूंकि, बुध बुद्धि के देवता हैं इसलिए इस समयावधि में छात्र शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कुछ हासिल करने में सक्षम होंगे। जो छात्र विशेष रूप से बुध से संबंधित विषयों जैसे कि गणित, मास कम्युनिकेशन, लेखन और किसी भी भाषा से संबंधित कोर्स कर रहे हैं, बुध का धनु राशि में गोचर उनकी सीखने की क्षमता में सुधार करेगा।
बुध का धनु राशि में गोचर: इन राशियों को होगा नुकसान Mercury Transit in Sagittarius
वृषभ राशि – Mercury Transit in Sagittarius
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके दूसरे और पांचवे भाव के स्वामी हैं और अब इस गोचर के दौरान बुध इस राशि के आठवें भाव में विराजमान रहेंगे। वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर सुखद नहीं रहने वाला है। आठवें भाव का संबंध आकस्मिक घटनाओं और बदलावों से होता है। मुमकिन है कि अचानक आपके हाथ से आपका काम चला जाए या आप जिस प्रमोशन की उम्मीद कर रहे हैं, वो आपको न मिले।
इसके अलावा आपको पैसे मिलने में देरी हो सकती है या आपको अचानक से वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
कर्क राशि – Mercury Transit in Sagittarius
कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बुध इस गोचर के दौरान इनके छठे भाव में रहेंगे। बारहवें भाव के स्वामी के छठे भाव में होने पर आपको कानूनी मसलों और बिल आदि को लेकर समस्याएं, देरी या निराशा होने की आशंका है। इस प्रकार यह समय आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
अगर आपने कर्ज़ लिया हुआ है, तो इस समय इसे न चुका पाने की वजह से आप परेशानी में पड़ सकते हैं। आपके खर्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इस वजह से आप उलझन में पड़ सकते हैं और आपको यह समझ नहीं आ पाएगा कि आपको क्या करना चाहिए।
बुध के धनु राशि में गोचर करने पर करें ये उपाय
- बुध ग्रह की पूजा करने का सबसे बेहतरीन तरीका है भगवान बुध के ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ मंत्र का जाप करना।
- बुध को शांत करने के लिए आप तोते, कबूतर और अन्य पक्षियों को दाना दे सकते हैं।
- बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए नियमित रूप से खुद भोजन करने से पहले गाय को चारा खिलाएं।
- हरी सब्जियां जैसे कि पालक और अन्य पत्तेदार सब्जियां खासतौर पर गरीब बच्चों को खिलाएं या उन्हें दान में दें।
- भीगी हुई हरी मूंग की दाल पक्षियों को खिलाने से भी कुंडली में बुध की स्थिति मज़बूत होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न.
प्रश्न 1. धनु राशि में बुध कैसा व्यवहार करता है?
उत्तर. इस स्थिति को आध्यात्मिक विकास के लिए अच्छा माना जाता है।
प्रश्न 2. क्या बुध और बृहस्पति के बीच मित्रता है?
उत्तर. नहीं, बुध और बृहस्पति एक-दूसरे के साथ तटस्थ हैं।
प्रश्न 3. किस राशि में बृहस्पति कमज़ोर होता है?
उत्तर. मकर राशि में गुरु कमज़ोर होता है।