ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य का कन्या राशि में गोचर होने जा रहा है जिसका प्रभाव राशि चक्र की राशियों सहित देश-दुनिया पर नज़र आएगा। Astroo Magic एवम Shree Seva Pratishthan का यह विशेष लेख आपको 16 सितंबर 2024 को होने जा रहे सूर्य का कन्या राशि में गोचर के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय प्रभाव आदि। ऐसे में, सूर्य की राशि में होने वाला यह बदलाव सभी राशि के जातकों के पेशेवर जीवन को प्रभावित करेगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सूर्य गोचर के बारे में सब कुछ….
ज्योतिष में सूर्य का महत्व
सूर्य को जीवन का ग्रह कहा जाता है जिन्हें ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। अब तक़रीबन एक साल के बाद सूर्य महाराज कन्या राशि में जा रहे हैं जो कि कुछ राशियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। हालांकि, सूर्य को आत्मा का कारक कहा जाता है और इन्हें नौ ग्रहों में प्रमुख ग्रह का दर्जा प्राप्त है।
सूर्य महाराज अहंकार, पेशेवर जीवन, मान और आत्मसम्मान आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, यह मनुष्य जीवन में जिम्मेदारी, धैर्य, इच्छाशक्ति, सामाजिक मान-सम्मान और नेतृत्व क्षमताओं को भी नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा, सूर्य देव पिता, सरकार, नेता, विधायकों, राजा और उच्च अधिकारियों के कारक ग्रह माने गए हैं। वहीं, मानव शरीर में सूर्य दिल और हड्डियों का प्रतीक माने जाते हैं।
कन्या में सूर्य की विशेषताएं
राशि चक्र की छठी राशि कन्या है जो बहुत विश्लेषणात्मक होती है। यह जीवन में आने वाली हर तरह की समस्या या किसी भी परिस्थिति की तह तक पहुंचना पसंद करती है। इसके परिणामस्वरूप, इस राशि के अधिकतर लोग जासूस, रिसर्चर, वैज्ञानिक और गुप्त नौकरियों से संबंध रखते हैं। अब सूर्य का कन्या राशि में गोचर होने से इन सभी क्षेत्रों से संबंध रखने वाले जातकों का प्रदर्शन शानदार रहेगा। बता दें कि सूर्य की कन्या राशि में मौजूदगी अधिकारी वर्ग और सरकारी क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए बहुत अच्छी रहेगी। यह अवधि सचिव, वैज्ञानिक और गुप्त चिकित्सा आदि से संबंधित जातकों के लिए फलदायी रहेगी। हालांकि, प्रत्येक व्यक्ति को सूर्य का यह गोचर किस तरह प्रभावित करेगा? यह पूरी तरह से कुंडली में सूर्य की स्थिति, दशा और सूर्य का गोचर किस भाव में हो रहा है, इस बात पर निर्भर करता है।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: समय
महाराज सूर्य देव बुध महाराज की राशि कन्या में गोचर करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं जो कि 16 सितंबर 2024 की शाम 07 बजकर 29 मिनट पर होगा। जैसे कि हम जानते हैं कि सूर्य और बुध ग्रह के बीच मित्रवत संबंध हैं, लेकिन फिर भी कन्या राशि में सूर्य के गोचर को सूर्य ग्रह के लिए ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह एक दोहरे स्वभाव वाली राशि है। आइए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सूर्य का कन्या राशि में गोचर 12 राशियों को किस तरह प्रभावित करेगा।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: इन राशियों को होगा अपार लाभ
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए सूर्य महाराज आपके पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में छठा भाव प्रतियोगिता, कर्ज़, शत्रु और रोगों आदि का होता है। सूर्य का गोचर उन जातकों के लिए फलदायी साबित होगा जो पढ़ाई कर रहे हैं या फिर प्रतियोगी परीक्षा देने जा रहे हैं। ऐसे में, इस अवधि का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने के लिए आपकी ऊर्जा, एकाग्रता और बुद्धि काफ़ी मज़बूत रहेगी। साथ ही, मेष राशि के माता-पिता को बच्चों के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करने की सलाह दी जाती है।
जिन जातकों का संबंध आर्ट्स, थिएटर, मनोरंजन और संगीत आदि से है, उनके लिए यह समय अच्छा कहा जाएगा। इन लोगों को कार्यक्षेत्र में ऐसे अवसर प्राप्त होंगे जिसमें आप जितनी मेहनत करेंगे आपको उतने ही लाभ की प्राप्ति होगी। हालांकि, जो लोग गैर कानूनी गतिविधियों या सट्टेबाजी से जुड़े हैं, उन्हें बहुत सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा क्योंकि आपको धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। कुल मिलाकर, सूर्य का कन्या राशि में गोचर मेष राशि के जातकों के लिए सकारात्मक रहेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके दूसरे भाव के स्वामी है और अब यह आपके तीसरे भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, सूर्य गोचर के दौरान कर्क राशि के जातक प्रसन्न नज़र आ सकते हैं क्योंकि आपको सभी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही, तनाव में कमी आएगी, विशेष रूप से वह लोग राहत की साँस ले सकेंगे जो एक अर्से से किसी रोग से परेशान हैं।
नौकरी की बात करें, तो सूर्य महाराज का कन्या में प्रवेश आपके करियर को आगे ले जाने में सहायक सिद्ध होगा। कार्यक्षेत्र में की जा रही आपकी मेहनत और समर्पण को सराहना प्राप्त होगी। इसके विपरीत, अगर आप शुरू से अपने लक्ष्यों को पाने की दिशा में काम कर रहे हैं, तो आप सफलता प्राप्त कर सकेंगे। कर्क राशि के जातकों को इस अवधि में यात्रा करने के अवसर मिलेंगे जो कि आपके लिए बेहद फायदेमंद रहेंगे। इसके अलावा, सूर्य गोचर के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपके रिश्ते मज़बूत बनेंगे और ऐसे में, आपके प्रमोशन के साथ-साथ वेतन वृद्धि के भी योग बनेंगे।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य देव आपके दसवें भाव के स्वामी हैं जो वर्तमान समय में आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में ग्यारहवां भाव बड़े भाई-बहन, ऊंचे पद , लक्ष्यों और आय के स्रोतों आदि को दर्शाता है। हालांकि, सूर्य का कन्या राशि में गोचर होने से यह आपको अत्यधिक लाभ प्रदान करेगा और ऐसे में, आप ख़ुश दिखाई देंगे। इन जातकों के आय के स्रोतों में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ आप विभिन्न माध्यमों से पैसा कमाने में भी सक्षम होंगे। इसके फलस्वरूप, आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा। साथ ही, धन का प्रवाह अच्छा होने से आप जीवन में वह सब हासिल कर पाएंगे जो आप चाहते थे।
पारिवारिक जीवन में घर-परिवार का माहौल शांतिपूर्ण रहने से आप मानसिक रूप से संतुष्ट रहेंगे। इस अवधि में वृश्चिक राशि वालों को हर कदम पर अपने पिता का साथ मिलेगा। लेकिन, आपको जीवन का कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले अपने पिता की राय लेने की सलाह दी जाती है। सूर्य गोचर की अवधि में अगर आप करियर में प्रगति हासिल करना चाहते हैं, तो आपको अपनी सोच सकारात्मक रखने के साथ-साथ खुद को आत्मविश्वास से पूर्ण रखना होगा। जब तक आप ऐसा नहीं करेंगे, तब तक आप अपने सभी कार्यों को समय पर पूरा करने में पीछे रह सकते हैं। हालांकि, कार्यक्षेत्र में आपको अपने सुपरवाइजर का मार्गदर्शन और प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए सूर्य आपके नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह कन्या राशि में गोचर करके आपके दसवें भाव में जा रहे हैं। कुंडली का दसवां भाव कर्म का भाव होता है और इसके माध्यम से किसी व्यक्ति के जीवन के करियर, पेशेवर जीवन और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है।
कन्या राशि में गोचर करके सूर्य महाराज आपके दसवें भाव में उपस्थित होंगे और ऐसे में, यह आपकी स्थिति को मज़बूत करेंगे। इन जातकों को जीवन के विभिन्न आयामों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे, विशेषकर करियर के क्षेत्र में। जो लोग नौकरी करते हैं, वह तरक्की के अवसर की तलाश में नज़र आ सकते हैं। साथ ही, धनु राशि वाले जो भी काम कर रहे हैं, उसमें आपको सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: इन राशियों को रहना होगा बेहद सतर्क
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके चौथे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पांचवें भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में, इस राशि के छात्रों को सूर्य गोचर के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत होगी क्योंकि यह आपका मन पढ़ाई से हटाने का काम कर सकते हैं। बता दें कि सूर्य अपना राशि परिवर्तन करके चौथे भाव के स्वामी के रूप में आपके पांचवें भाव में बैठे होंगे। कुंडली के पांचवें भाव को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है जो कि शिक्षा, संतान, प्रेम जीवन, ज्ञान और बुद्धि आदि का प्रतिनिधित्व करता है।
हालांकि, इस राशि के जातकों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, सूर्य गोचर की अवधि में आपके द्वारा लिया गया कोई फैसला आपके लिए समस्याएं पैदा कर सकता है और ऐसे में, आप तनाव में आ सकते हैं।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथा भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में चौथा भाव जीवन में सभी तरह के सुख-सुविधाओं और आनंद को दर्शाता है। इसके अलावा, यह भाव लक्ज़री का भी होता है और यह हमारी संपत्ति के साथ-साथ माता की संपत्ति का भी प्रतिनिधित्व करता है।
जिन जातकों की राशि मिथुन है, उन्हें सूर्य का कन्या राशि में गोचर होने से अनेक तरह की मानसिक और स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। साथ ही, इस अवधि में आप परेशान नज़र आ सकते हैं और आप पर मानसिक बोझ बढ़ सकता है। ऐसे में, यह जातक खुद को तनाव से बचाने के लिए मनोरंजन का सहारा ले सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य देव आपके बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पहले/लग्न भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस स्थिति को आपके लिए शुभ नहीं कहा जा सकता है और ऐसे में, सूर्य गोचर की अवधि में आपके भीतर अहंकार बढ़ सकता है जिसका सीधा असर आपके दोस्तों, परिवार के सदस्यों के साथ रिश्ते पर पड़ने की आशंका है। बात करें आपके आर्थिक जीवन की, तो इन जातकों को किसी भी
तरह का लेन-देन करते समय अच्छे से सोच-विचार करके पूरी सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा, अन्यथा आपको धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, सूर्य के कन्या राशि में गोचर के दौरान आपको बुखार, सिर दर्द, गैस, अपच आदि स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, आपको आँखों में संक्रमण की समस्या परेशान कर सकती है इसलिए आपको स्वास्थ्य का बहुत ज्यादा ख्याल रखना होगा।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके आठवें भाव के स्वामी हैं और अब यह नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि कुंडली का नौवां भाव भाग्य का होता है और इस भाव के माध्यम से हम किसी व्यक्ति के धार्मिक पक्ष, लंबी यात्राओं, तीर्थयात्राओं, गुरु या गुरु समान कोई व्यक्ति, समाज में मान-सम्मान और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जान सकते हैं। ऐसे में, सूर्य महाराज का आठवें भाव में गोचर आपके जीवन में कुछ समस्याएं लेकर आने का काम करेगा क्योंकि आठवां भाव जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं और बुरे अनुभवों का होता है।
यह सूर्य गोचर के दौरान समाज में मान-सम्मान और अपनी प्रतिष्ठा की रक्षा करने के लिए आपको धैर्य बनाकर रखना होगा। साथ ही, हर काम को बेहद सतर्कता के साथ करना होगा, विशेष रूप से निजी जीवन के कार्यों को। इसके अलावा, इन लोगों को किसी भी परिस्थिति में दूसरों पर अपनी बात थोपने की आदत को सुधारना होगा। यह गोचर करियर के क्षेत्र में आपका अचानक से तबादला करवाने का काम कर सकता है या फिर आप बार-बार नौकरी बदलने पर मज़बूर हो सकते हैं। सामान्य शब्दों में कहें, तो करियर और धन से जुड़े मामलों में अस्थिरता और अनिश्चितता आपकी परेशानी की वजह बन सकती है।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: प्रभावी उपाय
- प्रतिदिन सुबह तांबे के लोटे में सिंदूर मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- रोज़ाना सुबह नहाने के बाद केसर का तिलक मस्तक पर करें।
- स्नान के पानी में हर रोज़ एक चुटकी सिंदूर मिलाकर नहाएं।
- गरीबों एवं जरूरतमंदों को गेहूं का दान करें।
- प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
- सूर्य देव के मंत्र ‘ॐ सूर्याय नमः’ का जाप करें।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव
राजनीति एवं सरकार
- दुनियाभर के राजनेताओं और सरकारी एजेंसियों पर सूर्य के कन्या राशि में गोचर का सकारात्मक प्रभाव दिखाई देगा।
- सूर्य गोचर की अवधि में देश की जनता भारत सरकार की नीतियों से प्रभावित नज़र आएगी और इनकी नीतियों को जनता द्वारा सराहना मिलेगी जिसकी वजह अच्छे से किया गया विश्लेषण होगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि सूर्य देव प्रैक्टिकल और विश्लेषण की राशि कन्या में मौजूद होंगे।
- सरकार देश की कमान अपने हाथों में लेगी और उच्च पद पर बैठे लोग विरोधियों या दूसरे देशों से पैदा होने वाले किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए जरूरी कार्रवाई करते हुए दिखाई देंगे।
- इस दौरान हमारे देश के नेता दृढ़ता से लेकिन बुद्धिमानी के साथ काम करेंगे।
- सूर्य का कन्या राशि में गोचर होने से सचिव या इससे मिलते-जुलते पदों पर काम करने वाले लोगों को लाभ होगा।
रिसर्च एवं विकास
- तकनीक और रिसर्च से जुड़े क्षेत्र एक बार फिर से रफ़्तार पकड़ेंगे और ऐसे में, एआई जैसी तकनीकें नई ऊंचाइयों हासिल करेंगी।
- रिसर्चर, वैज्ञानिक या इन क्षेत्रों में करियर बनाने की सोच रहे लोगों के लिए सूर्य गोचर फलदायी रहेगा।
- सूर्य के कन्या में प्रवेश के दौरान आईटी सेक्टर का प्रदर्शन अच्छा रहेगा और ऐसे में, यह लोगों को लाभ देने का काम करेगा।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: शेयर बाजार भविष्यवाणी
एक बेहद महत्वपूर्ण ग्रह है जो बुध ग्रह के साथ शेयर बाजार पर शासन करते हैं। इस प्रकार, अब सूर्य बुध देव के आधिपत्य वाली राशि कन्या में उपस्थित होंगे। ऐसे में, बुध महाराज और सूर्य देव द्वारा नियंत्रित किये जाने वाले उद्योगों और व्यापार में वृद्धि देखने को मिल सकती है। चलिए नज़र डालते हैं शेयर बाजार भविष्यवाणी 2024 के माध्यम से उन क्षेत्रों पर जो सूर्य गोचर के दौरान प्रगति की राह पर चलेंगे।
- सूर्य महाराज के कन्या राशि में प्रवेश के साथ केमिकल, फ़र्टिलाइज़र, चाय, कॉफ़ी, स्टील, हिंडाल्को उद्योग, ऊनी मीलों सहित अनेक उद्योग फलते-फूलते नज़र आएंगे।
- कपास मिलों, टेलीफोन, वाहन बनाने वाली कंपनियों, ट्रांसपोर्ट कंपनी समेत कॉस्मेटिक उद्योग से जुड़े शेयरों की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है।
- कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, टेक्नोलॉजी, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी सहित अन्य क्षेत्रों में महीने के अंत में मंदी आ सकती है, लेकिन संभव है कि आगे भी ऐसी परिस्थितियां बनी रहें।
- इस अवधि में ऑप्टिकल उद्योग और कांच से संबंधित क्षेत्रों में लाभ की प्राप्ति होगी।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: रिलीज होने वाली फिल्में और उनका भाग्य
फिल्म का नाम | स्टार कास्ट | रिलीज़ की तारीख |
अभी तो पार्टी शुरू हुई है | पंकज त्रिपाठी, सौरभ शुक्ला | 15 सितंबर 2024 |
तेहरान | मानुषी छिल्लर, जॉन अब्राहम | 24 सितंबर 2024 |
हवा सिंह | सूरज पंचोली | 29 सितंबर 2024 |
ग्रहों एवं नक्षत्रों को ध्यान में रखकर हम सितंबर में रिलीज़ होने वाली फिल्मों के बारे में बात करेंगे, विशेष रूप से उन मूवीज के बारे में जो सूर्य के कन्या राशि के गोचर के दौरान बड़े पर्दे पर उतरेंगी। बता दें कि सूर्य देव रचनात्मकता के कारक हैं और ऐसे में, “अभी तो पार्टी शुरू हुई है” और “तेहरान”, इन दोनों फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन सामान्य या फिर औसत रहने की संभावना है। हालांकि, हम “हवा सिंह” फिल्म के अच्छे प्रदर्शन के लिए कामना करना चाहेंगे क्योंकि सूरज पंचोली की इस फिल्म का प्रदर्शन ज्यादा खास नहीं रहने का अनुमान है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1) सूर्य किस राशि में उच्च के होते हैं?
उत्तर :- मंगल ग्रह के स्वामित्व वाली राशि मेष में सूर्य उच्च के होते हैं।
2) कुंडली में सूर्य ग्रह किस भाव को दर्शाते हैं?
उत्तर :- सूर्य महाराज कुंडली में पहले, पांचवें और दसवें भाव का प्रतिनिधित्व करते हैं।
3) सूर्य को आत्मा का कारक क्यों कहा जाता है?
उत्तर :- ज्योतिष में सूर्य व्यक्ति की आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए इन्हें आत्मा का कारक कहा जाता है।