AstrooMagic के इस विशेष लेख में आपको बुध का मिथुन राशि गोचर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, समय एवं प्रभाव आदि। बता दें कि बुध 27 जून 2024 को मिथुन राशि में उदित हो जाएंगे और ऐसे में, राशि चक्र की सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव देखने को मिलेंगे। हमारा यह लेख आपको बुध के उदित होने से राशियों, शेयर बाजार समेत संसार पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में अवगत कराएगा इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़ना जारी रखें।
ज्योतिष में बुध ग्रह किसी व्यक्ति के संवाद करने के तरीके को दर्शाते हैं फिर चाहे वह बात करने, लिखने या फिर सुनने के माध्यम से हो। मनुष्य जीवन में बुध बात करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। सकारात्मक पक्ष देखें तो, यह आपको बातों में स्पष्ट और चीज़ों को जल्दी समझने वाला बनाते हैं जबकि नकारात्मक रूप से गलतफहमी या बातों को गलत समझने आदि को बढ़ावा देते हैं। हालांकि, कभी-कभी बुध के अशुभ प्रभाव में होने पर यह आपको छल कपटी और धोखेबाज़ बना सकता है। साथ ही, बुध की स्थिति आपको मजाकिया और संचार में व्यंग्यात्मक भी बनाने का काम करती है।
बुध का मिथुन राशि गोचर : समय
बुध महाराज 27 जून 2024 की सुबह 04 बजकर 22 मिनट पर मिथुन राशि में उदित हो जाएंगे। बता दें कि मिथुन राशि के स्वामी ग्रह बुध हैं और ऐसे में, यह अपनी ही राशि में उदित होंगे इसलिए इनकी स्थिति में होने वाले बदलाव का असर 12 राशियों, शेयर बाजार और विश्व में होने वाली घटनाओं पर पड़ेगा। हालांकि, इसके ठीक दो दिन बाद यानी कि 29 जून को बुध देव कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे। आइए जानते हैं कि बुध के उदित होने से यह आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेंगे।
क्या होता है बुध का मिथुन राशि गोचर ?
बुध के उदित होने का अर्थ ऐसी अवस्था से है जब बुध सूर्य से दूरी बनाना शुरू कर देता है जिससे वह अपनी खोई हुई शक्तियों को पुनः प्राप्त कर सके। इस घटना को ही बुध का उदित होना कहा जाता है और इसे बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि प्राचीन काल में इसे गतिविधियों और घटनाओं के सूचक के रूप में देखा जाता था।
ज्योतिष की दुनिया में बुध के उदित होने को बौद्धिक और संचार कौशल से जुड़ी अवधि माना ’जाता था। इस समय को किसी भी तरह के काम की नई शुरुआत के लिए श्रेष्ठ कहा गया है, विशेष रूप से सीखने, लिखने, संवाद और व्यापार आदि के लिए। वहीं, कुछ ज्योतिषियों का मत है कि यह आपके विचारों को स्पष्ट बनाने का भी काम करता है।
बुध का मिथुन राशि गोचर; इन राशियों के लिए साबित होगा वरदान
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं। ऐसे में, इन जातकों का संचार कौशल शानदार रहेगा और आप जीवन के महत्वपूर्ण कामों को पूरा करने में सक्षम होंगे। पेशेवर जीवन की बात करें, तो करियर के क्षेत्र में सहकर्मियों के साथ आपके रिश्ते सौहार्द से पूर्ण बने रहेंगे और उनका रवैया आपके साथ दोस्ताना होगा।
जिन जातकों का संबंध मीडिया या मार्केटिंग से है, उनके लिए यह अवधि लाभ लेकर आएगी। आप नए-नए दोस्त बनाने में सक्षम होंगे क्योंकि इस समय आपकी वाणी मधुर और बातचीत करने की क्षमता शानदार रहेगी। बुध का इस स्थिति को आपके पिता के लिए फलदायी कहा जाएगा और साथ ही, जीवनसाथी और भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं और ऐसे में, यह आपके जीवन में सकारात्मक परिणाम लेकर आएंगे। परिवार के साथ आप अच्छा समय बिताते हुए दिखाई देंगे और उनके साथ बात करने से आप हर समस्या का हल ढूंढ़ने में सक्षम होंगे। इन जातकों की मधुर वाणी सबको अपना बनाने का काम करेगी और आपकी बात को टालना हर किसी के लिए मुश्किल होगा।
परिवार में चल रहे विवाद या मतभेद अब दूर होंगे और आपको मनपसंद भोजन करने के मौके मिलेंगे। बुध की यह स्थिति वृषभ राशि के छात्रों के लिए फलदायी रहेगी और शिक्षा में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। इस अवधि में आपकी बुद्धि तेज़ बनेगी जिसका फायदा आपको आर्थिक जीवन में मिलेगा। आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होने से आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके पहले/लग्न भाव में उदित होंगे जो कि आपके पहले और और चौथे भाव में स्वामी हैं। ऐसे में, यह आपके आत्मविश्वास को बढाएंगे और समाज में आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। साथ ही, इन लोगों के सामाजिक जीवन के दायरे का भी विस्तार होगा और आप अपनी एक विशिष्ट जगह बना सकेंगे। हालांकि, बुध के मिथुन राशि में उदित होने से आपके जीवन में चल रही आर्थिक समस्याएं और परिवार में उत्पन्न मतभेद अब दूर होंगे। अगर पार्टनर के साथ आप मतभेद का सामना कर रहे हैं, तो अब उसका भी समाधान हो जाएगा और इसके फलस्वरूप, आप साथी के साथ यादगार समय बिताते हुए दिखाई देंगे।
आप दोनों साथ मिलकर परिवार को मज़बूत करने के बारे में सोच-विचार करेंगे और इस दिशा में आप कोई ठोस कदम भी उठा सकते हैं। साथ ही, आप लापरवाह होकर जीवन जिएंगे जिसकी वजह से आप अपने आसपास मौजूद लोगों का मनोरंजन करेंगे। ऐसे में, वह आप पर प्रेम न्योछावर करेंगे। मीडिया, लिटरेचर या कला के क्षेत्र से जुड़े जातक बुध उदित की अवधि में अपनी चमक बिखेरेंगे।
सिंह राशि
वाणी और संचार के कारक ग्रह बुध सिंह राशि वालों के लिए दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। बुध के मिथुन राशि में उदित होने से आप अपने भाई-बहनों के साथ समय बिताते हुए नज़र आएंगे, विशेष रूप से बड़े भाई-बहनों के साथ। ऐसे में, वह आपका साथ देंगे और जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने में आपकी सहायता और मार्गदर्शन दोनों करेंगे। अगर आपको आर्थिक मदद की भी आवश्यकता होगी, तब भी वह अपने कदम पीछे नहीं खीचेंगे और आपकी सहायता करेंगे।वहीं, कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों के साथ आपके रिश्ते मधुर बने रहेंगे और इसके परिणामस्वरूप, नौकरी में आपको किसी अच्छे पद की प्राप्ति हो सकती है। सिंह राशि के जातकों के सामाजिक जीवन का विस्तार होगा और साथ ही, आप सोशल मीडिया पर काफ़ी एक्टिव रहेंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातक बुध उदित की अवधि में ऊर्जावान और उत्साह से भरे रहेंगे। इन जातकों के सपने ऊंचे होंगे और आप एक साथ कई कामों को करने में सक्षम होंगे। इन लोगों के घर में सुख-शांति बनी रहेगी और परिवार के सदस्यों के साथ आप हंसी-मजाक करते हुए दिखाई देंगे जिससे वातावरण खुशहाल बना रहेगा। ऐसे में, आपके आसपास के लोग आपसे ख़ुश रहेंगे। बुध उदित का समय शिक्षा के लिए भी उत्तम रहेगा क्योंकि इस राशि के छात्रों की याददाश्त तेज़ होगी और वह नए काम जल्दी से सीख जाएंगे।
करियर के क्षेत्र में, इस समय को आपके लिए शुभ कहा जाएगा और यह आपको कार्यों के सकारात्मक परिणा प्रदान करेगा। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उनका बिज़नेस तरक्की और प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ेगा। आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी और वहीं, जो जातक नौकरी करते हैं, उनकी मुलाकात उच्च पद के किसी प्रभावशाली व्यक्ति से हो सकती है। इस राशि के जो जातक सरकारी नौकरी करते हैं, उनके लिए बुध की उदित अवस्था बेहतरीन परिणाम लेकर आएगी क्योंकि आप करियर में स्थिरता प्राप्त करने में सक्षम होंगे। साथ ही, कन्या राशि के जातक नई योजनाओं को शुरू करने के बारे में सोच-विचार कर रहे हैं, तो वह इस अवधि में आगे की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं, उन्हें जल्द ही सफलता की प्राप्ति होगी।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए बुध देव आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध उदित की अवधि में आप खुद को भाग्यशाली महसूस करेंगे। इन जातकों का झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ेगा और धार्मिक ग्रंथों के बारे में जानने में आपकी दिलचस्पी होगी। ऐसे में, आप तीर्थस्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों की यात्रा करते हुए नज़र आ सकते हैं। हालांकि, इस दौरान आपके रिश्ते पिता या पिता तुल्य व्यक्ति के साथ अच्छे बने रहेंगे और वह हर कदम पर आपका साथ देंगे। लेकिन, आपको थोड़ा सावधान रहना होगा क्योंकि आपके पिता को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। साथ ही, धर्म-कर्म और दान आदि से जुड़े कार्यक्रमों में आप बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।
बुध मिथुन राशि में उदित होने का समय उन छात्रों के लिए सफलता लेकर आएगा जो उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने के बारे में सोच रहे हैं। इन लोगों के मार्ग में आ रही समस्याएं दूर होंगी और इसके परिणामस्वरूप, आप अपनी पसंद के कॉलेज में एडमिशन लेने में सफल रहेंगे। इस अवधि को आपके पेशेवर जीवन के लिए भी सकारात्मक कहा जाएगा जिनका संबंध ट्रैवेलिंग, शिक्षा और रियल एस्टेट से है। इन क्षेत्रों में अचानक से तेज़ी देखने को मिलेगी और साथ ही, आपको भाग्य का साथ मिलेगा। बॉस की नज़रों में आपकी छवि अच्छी बनी रहेगी और फलस्वरूप, बेहतरीन काम के लिए इंसेंटिव मिलने की भी संभावना है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों की कुंडली में बुध आपके पांचवें भाव में उदित होंगे। बता दें कि बुध महाराज आपके पांचवें और आठवें भाव के भी स्वामी हैं। ऐसे में, पेशेवर जीवन के लिए इस अवधि को अच्छा कहा जाएगा, विशेष रूप से विभिन्न मार्केट के बारे में जानने के लिए। यह जातक अपनी रुचि के माध्यम से पैसा कमाने में सक्षम होंगे। यह समय उन लोगों के लिए फलदायी रहेगा जो मनोविज्ञान, शिक्षक और ज्योतिष आदि से जुड़े हैं। आपकी योग्यताएं और क्षमताएं मज़बूत होंगी और ऐसे में, दूसरे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने में सक्षम होंगे। आपके ग्राहकों की संख्या में वृद्धि होगी जिससे आपका व्यापार बढ़ेगा। जिन लोगों की रुचि सट्टेबाजी में हैं, उन्हें इस दौरान कम से कम धन निवेश करने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपको हानि हो सकती है।
बुध का मिथुन राशि गोचर: इन राशियों की बढ़ेंगी मुसीबतें
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें भाव में उदित होने जा रहे हैं जो कि आपके रहस्यों का भाव है। इस अवधि में आपकी मानसिक शांति भंग रह सकती है। साथ ही, आपको दोस्तों के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके विपरीत, बुध उदित की अवधि आपके पेशवर जीवन के लिए जोख़िम भरी रहने की आशंका है इसलिए आपको सोच-समझकर आगे बढ़ना होगा। नौकरीपेशा जातकों को भी सतर्क रहने की आवकश्यता होगी क्योंकि आपको वरिष्ठों और बॉस के साथ मतभेदों से जूझना पड़ सकता है जिसका असर आपके मान-सम्मान पर पड़ने की संभावना है। इस अवधि को योजनाओं के निर्माण के लिए अच्छा कहा जाएगा, लेकिन उन्हें लागू करने में आपको देरी का सामना करना पड़ सकता है, अन्यथा आपको नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। इस राशि के जो जातक रिसर्च, खनन या पेट्रोलियम आदि से संबंध रखते हैं, उनकी वेतन में वृद्धि होने की संभावना है।
बुध का मिथुन राशि गोचर के दौरान जरूर करें ये उपाय
- बुध ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
- गणेश जी की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास चढ़ाएं।
- साथ ही, उन्हें देशी घी के लड्डू का भोग लगाएं।
- गाय को हरी सब्ज़ियां खिलाएं।
- परिवार की महिलाओं को वस्त्र और हरे रंग की चूड़ियां दें।
- किन्नरों का आशीर्वाद लें।
- पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाएं।
बुध का मिथुन राशि गोचर: विश्व पर प्रभाव
सरकार एवं राजनीति
- बुध के मिथुन राशि में उदित होने से सरकार विभिन्न क्षेत्रों का समर्थन कर सकती है
- वह ऐसा इन क्षेत्रों में सुधार लाकर और योजनाएं लागू करके कर सकती हैं।
- देश के बड़े राजनेता और उच्च अधिकारी जिम्मेदारी से पूर्ण बयान दे सकते हैं।
- ऐसे में, वह जनता के साथ जुड़ने और उनकी बात सुनने का प्रयास करेंगे।
व्यापार एवं कृषि
- व्यापार के कारक ग्रह कहे जाने वाले बुध के उदित होने पर
- दुनियाभर में व्यापार के क्षेत्र में गिरावट आने का अनुमान है।
- पब्लिक सेक्टर, फार्मा और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री
- आदि को मुश्किल दौर से गुजरना पड़ सकता है।
- ट्रांसपोर्ट, हस्तशिल्प और हैंडलूम आदि क्षेत्रों में बुध उदित होने से तेज़ी देखने को मिलेगी।
- भारत में कृषि और पशुपालन की मांग में वृद्धि होगी।
- शेयर बाजार और सट्टा बाजार में अस्थिरता का दौर जारी रहेगा।
- देश में अधिकतर लोगों का झुकाव अध्यात्म और धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़ेगा।
- पब्लिक सेक्टर में काम करने वालों जातकों को विभिन्न स्रोतों से लाभ प्राप्त होगा।
मीडिया एवं जर्नलिज्म
- जो लोग मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हैं, वह अपनी शर्तों पर काम करने में सक्षम होंगे।
- साथ ही, आप पर काम का बोझ बढ़ सकता है।
- लेखक, जर्नलिस्ट, कंटेंट क्रिएटर आदि को बुध के उदित होने से लाभ होगा।
बुध का मिथुन राशि गोचर: शेयर बाजार भविष्यवाणी
यह बुध का मिथुन राशि गोचर अवस्था शेयर बाजार को अत्यधिक प्रभावित करेगी और इसका असर विभिन्न कंपनियों के शेयरों से मिलने वाले मुनाफे पर भी असर डालेगा। अगर आप शेयर बाजार में रुचि रखते हैं, तो AstrooMagic ने शेयर बाज़ार भविष्यवाणी को विशेष रूप से आपके लिए तैयार किया है। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध के मिथुन राशि में उदित होने से शेयर बाजार पर अच्छा या बुरा कैसा असर पड़ेगा।
- फार्मा, पब्लिक और आईटी सेक्टर आदि के लिए आने वाला समय चुनौतीपूर्ण रहने की आशंका है।
- बैंकिंग क्षेत्र काफ़ी समय से समस्याओं का सामना कर रहा है
- इनका यह कठिन समय आगे भी जारी रह सकता है।
- इस महीने का अंतिम समय रबर, तंबाकू और खाने-पीने में इस्तेमाल होने वाले
- तेल उद्योग आदि के लिए अच्छा रहने की संभावना है।
बुध मिथुन राशि में उदित: इन खेल टूर्नामेंटों को करेंगे प्रभावित
अभी बुध के उदित होने से नीचे दिए गए खेल टूर्नामेंट प्रभावित होंगे।
टूर्नामेंट | तारीख़ |
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आईसीसी टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप | 01 जून से 29 जून, 2024 |
यह बुध 27 जून 2024 को मिथुन राशि में उदित होंगे और इसके बाद यह कर्क राशि में 29 जून 2024 को प्रवेश कर जाएंगे।ऐसे में बुध के स्वयं की राशि में उदित होने से आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल पर इसका असर देखने को मिलेगा।
यह एकमात्र ऐसा टूर्नामेंट है जो इस अवधि में होने जा रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, इस वर्ल्ड कप में नए खिलाड़ी अपना दबदबा बनाएंगे।
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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा।
अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. बुध ग्रह की मूल त्रिकोण राशि कौन सी है?
उत्तर 1. कन्या।
प्रश्न 2. बुध के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कौन सी धातु और रत्न धारण करना चाहिए?
उत्तर 2. रत्न: पन्ना और धातु: सोना/चांदी।
प्रश्न 3. बुध के शत्रु ग्रह कौन से हैं?
उत्तर 3. मंगल को बुध का शत्रु माना जाता है।